महाराष्ट्र में कुपोषण और एनीमिया की स्थिति गंभीर बनी हुई है. सरकार ने लोगों की पोषण और स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने के लिए उनके मुहल्ले में ही ICDS के तहत आंगनवाड़ी केंद्र की व्यवस्था की है, जहाँ महिलाओं और बच्चों को आवश्यक पोषण, स्वास्थ्य, और प्रारंभिक शिक्षा सेवाएं मिलती हैं. लेकिन आम जन को अपने पड़ोस में चल रहे आंगनवाड़ी के बारे में उचित जानकारी नहीं होने की वजह से लाभ नहीं मिल पाता है. इसके अलावा, महाराष्ट्र में आंगनवाड़ी केंद्रों के अपर्याप्त संख्या के कारण कुपोषण और एनीमिया जैसी गंभीर समस्या से निपटने में कामयाबी नहीं मिल पा रही है.
एमपीजे ने आंगनवाड़ी पर 1 जुलाई से 31
जुलाई तक राज्य व्यापी जन जागृति अभियान चला कर आंगनवाड़ी केंद्रों के बारे में
जनता को जागृत करने का प्रयास किया. इसके अलावा एमपीजे ने राज्य सरकार से आबादी के
मुताबिक आंगनवाड़ी केंद्र स्थापित करने और इसकी सेवाओं तक सभी लोगों की पहुँच
सुनिश्चित करने की मांग की है. इसके साथ ही, किशोरियों को नियमित रूप से पूरक पोषण प्रदान करने की
व्यवस्था करने का भी आग्रह किया है.